आसिया व जनेऊ कक्षा 4 की छात्रा है जब मैं शुरू-शुरू में स्कूल गई तो वह मुझसे कम बोलती थी। मैं भी रोज क्लास में पढ़ाती व होमवर्क देती थी। क्लास में ज्यादातर दोनों बच्ची चुप रहती थी। फिर मैंने बच्चों को जानने के लिए स्कूल में एक PTM रखी ताकि मैं बच्चों के माता-पिता से बच्चों को और ज्यादा जान सकू। PTM के दौरान मुझे पता चला कि आसिया मेरे बारे में घर में बातें करती है और जो मैं स्कूल में कराती हूं उस पर बात करती है। दोनों बच्ची क्लास में शांत रहती थी। लेकिन कुछ समय के बाद, दोनों बच्ची एक्टिविटी में भाग लेती है। दोनों बच्ची पढ़ते टाइम डरती थी तथा उनसे कुछ भी पूछो तो जवाब नहीं देती थी तथा कॉपी में भी कुछ भी लिखा हुआ समझ नहीं आता था और गणित में भी वह चार व पांच और सात को उल्टा बना देती थी और अंग्रेजी के स्मॉल लेटर को भी नहीं पहचान पाती थी। आज वह दोनों बच्ची काफी हद तक अच्छा लिख लेती है और पढ़ लेती है। आसिया आज इंग्लिश में दो लेटर्स के शब्द पढ़ लेती हैं और जनेऊ आज इंग्लिश में तीन लेटर्स के शब्द पढ़ लेती है तथा वह दोनों बच्ची रोज स्कूल आती है और कभी स्कूल से जाने जल्दी के लिए छुट्टी नहीं लेती है।
इन दोनों बच्चियो को बढ़ता देख मुझे और बच्चो को प्रेरणा मिलती है।
Written by: Charu (Trainee Fellow)
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